भारत की प्रमुख नदियां Part 5

17) लूनी नदी:- लोनी नदी अजमेर जिले के नाग पहाड़ से निकलती है, नाग पहाड़ अरावली पर्वतमाला में स्थित है।  तथा यह है पुष्कर के समीप दो धाराओं सरस्वती तथा सागरमती के रूप में उत्पन्न होती है जो गोविंदगढ़ के निकट आपस में मिल जाती है तथा यह अंत में कच्छ के रण में जाकर मिल जाती है। लूनी नदी की कुल लंबाई 320 किलोमीटर है।  लूनी नदी भारत की एकमात्र अंतर्वाही नदी है जोवाई सुकरी एवं जोजारी इसकेेेेेे प्रमुख सहायक नदियां है।
18) बनास नदी :-  बनास नदी राजस्थान के राजसमंद जिले की खमनोर की पहाड़ियों से निकलती है। बनास नदी को वन की आशा कहा जाता है। यह एकमात्र ऐसी नदी है जो संपूर्ण चक्र राजस्थान में ही पूरा करती है तथा इसकी सहायक नदियों   मैं मानसी ,खारी तथा मोरेल है। इसकी कुल लंबाई 480 किलोमीटर है तथा यह रामेश्वर के नजदीक चंबल नदी में मिल जाती  है।
19) बाणगंगा नदी :-  बाणगंगा भारत की एक प्रमुख नदी है। इस नदी का पानी भरतपुर में घना पक्षी राष्ट्रीय उद्यान में भूमिगत होकर नम भूमि का निर्माण करता है। इसे 'अर्जुन की गंगा' भी कहा जाता है। इसे ताला नदी भी कहा जाता है| क्योंकि यह ताला गांव से होकर निकलती है़| इसे रूणिडत नदी भी कहा जाता हैं| इसकी कुल लम्बाई 380 km है|बाणगंगा नदी राजस्थान के तीन ज़िलों जयपुर, भरतपुर एवं दौसा में बहती है। इस नदी का उद्गम स्थल जयपुर की वैराठ की पहाड़ियों से है।यह सवाई माधोपुर, भरतपुर में बहती हुई अंत में फतेहाबाद, आगरा के समीप यमुना में मिल जाती है।
इस नदी पर रामगढ़ के पास एक बांध बनाकर जयपुर को पेय जल की आपूर्ति की जाती है।
20)  वैगई नदी :-वैगइ नदी दक्षिण भारत की एक प्रमुख नदी है। यह तमिल नाडु के मदुरै नगर से निकलती है। यह भारत के सबसे दक्षिण में स्थित नदी है।  इसकी कुल लंबाई 288 किलोमीटर है। वैगई नदी के किनारे   मदुरै शहर स्थित है जिसे मंदिरों का शहर कहा जाता  है।   तथा अंत में बंगाल की खाड़ी में जाकर गिर जाती है।

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